भारत और चीन से अगले हफ्ते लद्दाख में डीएसकेलेशन पर अगले सप्ताह सैन्य-कूटनीतिक वार्ता के 8वें दौर कि बातचीत के आयोजन की उम्मीद है, क्योंकि उनकी सेनाएं वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर 1,597 किलोमीटर लंबी सर्दियों में तैनात हो सकती हैं|
वार्ता का उद्देश्य घर्षण बिंदुओं पर किसी भी घुसपैठ को रोकने के उद्देश्य से या तो एक दुर्घटना या एक व्यक्तिगत कमांडर की आक्रामकता हो सकती है|
जबकि Chinese PLA ने प्रस्ताव दिया है कि दोनों पक्ष पहले बचे हुए और तोपखाने की इकाइयों को हटाएगी और फिर पैदल सेना पीछे हटेगी, इस पर भारतीय पक्ष बहुत ने स्पष्टता दिखाते हुए कहा है कि बख़्तरबंद इकाइयों को वापस नहीं लिया जा सकता है क्योंकि यह दुश्मन को वापस ज़मीन कब्ज़ाने में मदद मिल सकती है|
चंग ला वह संवेदनशील एरिया है जहां लेह से सड़क के बीच पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट पर स्थित है, वहीं मार्सिमिक ला झील और कोंग्का ला के उत्तर में स्थित है|
नाम न छापे जाने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा कि अगर भारत अपने बख्तरबंद बिल्डिंग्स को वहां से हटा लेता है तो उससे चीन को ज़्यादा फायदा है|
उत्तरी और दक्षिणी तट पर चोटियों पर अभी तक कोई बर्फबारी नहीं हुई है, लेकिन झील में पानी जमने लगा है और हवा की गति बहुत तेज़ हो रही है|
पीएलए ने इस साल अप्रैल-मई में गाल्वन घाटी, गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स और पैंगोंग त्सो के उत्तरी किनारे पर आक्रमण शुरू किया; भारतीय सेना अगस्त के अंतिम सप्ताह में रेजांग ला -रिचिन ला रिडेलीन पर कब्जा करने के लिए पैंगोंग त्सो के दक्षिण में अपनी चाल को समझते हुए उसे कामयाब नहीं होने दिया था|
चीन को फायदा पहुंचा रही है वह ज़मीन जोकि उसके कब्ज़े में है और ऐसे में उसे फायदा है|
PLA वायु सेना पास के एयरबेस के सक्रिय होने के साथ इस क्षेत्र में अपने लड़ाकू विमान गश्त जारी रखे हुए है|
परिस्थितियों को देखते हुए, भारतीय सेना और पीएलए को अंतर बनाए रखने के साथ प्रतियोगिता के बिंदुओं पर तैनात किया जाता है ताकि किसी दुर्घटना की संभावना से इनकार किया जाए|
भारतीय चिकित्सा सुविधाएं एलएसी के साथ आ गई हैं ताकि ऊंचाई की बीमारी के शिकार लोगों को तत्काल उपचार मिल सके और भागलपुर के हुंडार में विशेष अस्पताल में एयरलिफ्ट किये का इंतजार न करना पड़े|
News Source: AmarUjala
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