ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को कहा कि मालाबार नौसैनिक अभ्यास में उसकी भागीदारी अगले महीने होगी, जिसमें भारत, अमेरिका और जापान की नौसेनाएं शामिल होंगी, जो हमारे क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए चार देशों की क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगी।
भारत ने पुष्टि की कि उसने ऑस्ट्रेलिया को इस साल के मालाबार अभ्यास में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है, जो 1992 में भारतीय और अमेरिकी नौसेनाओं के बीच एक द्विपक्षीय सैन्य ड्रिल के रूप में शुरू हुई थी।
जापान 2015 से एक स्थायी सदस्य के रूप में युद्धाभ्यास में शामिल हो गया, और इस वर्ष का संस्करण 2017 में अपनी पार्टनरशिप के वापस शुरू के बाद क्वाड सुरक्षा वार्ता या क्वाड के सभी सदस्यों को शामिल करने वाली पहली सैन्य ड्रिल होगी जिसमें चारों देशो की सेनाएं शामिल हो कर अपनी ताकत दिखाएंगी।
ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिज पेन ने कहा कि भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया के गहरे संबंधों में एक और महत्वपूर्ण कदम यह क्वाडिलेटरल वार्ता या ड्रिल है।
यह व्यापक रणनीतिक साझेदारी का निर्माण करता है, जिसके लिए प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 जून 2020 को बातचीत कर के सहमत हुए, और जो मैंने अपने दोस्त, विदेश मंत्री जयशंकर के साथ बात की, इस महीने जब हम टोक्यो में मिले थे, उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बातचीत होने कि बात का खुले दिल से समर्थन किया।
यह मिलिट्री ड्रिल हमारे क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका की मदद करेगा और उनकी डिफेंस क्षमता को बढ़ाएगा।
जून में दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच ऑनलाइन मीटिंग के दौरान, भारत और ऑस्ट्रेलिया ने सैन्य ठिकानों तक पारस्परिक सैन्य सुविधाओं को पहुंचाने के लिए, अधिक जटिल संयुक्त अभ्यासों की अनुमति देने तथा सशस्त्र बलों के बीच अंतर को बेहतर बनाने के लिए आपसी लॉजिस्टिक सपोर्ट एग्रीमेंट (MLSA) पर हस्ताक्षर किए थे।
आपसी मदद के लिए दोनो ने परस्पर सहयोग देने की बात कही थी।
एक ऑस्ट्रेलियाई बयान में कहा गया है कि इस साल की कवायद चार प्रमुख क्षेत्रीय रक्षा पार्टनर्स को साथ लाएगी और रक्षा मंत्री लिंडा रेनॉल्ड्स ने कहा कि मालाबार मिलिट्री ड्रिल-2020 ऑस्ट्रेलियाई रक्षा बल के लिए एक मील का पत्थर का पत्थर साबित होने की बात कही।
उन्होंने कहा, मालाबार जैसे अच्छे सैन्य अभ्यास ऑस्ट्रेलिया की समुद्री क्षमताओं को बढ़ाने, हमारे करीबी सहयोगियों के साथ मेल जोल बढ़ाने और एक इंडिपेंडेंट और समृद्ध इंडो पैसिफिक रीजन का समर्थन करने के लिए हमारे सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन करने का एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
News Source: ZeeNews
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