आपको बता दे की साल 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश के इकोनॉमी की तस्वीर बदलती नज़र आ रही है |
यह जानकारी हाल ही में हुए एक सर्वे से मिली है.
हाल ही में हुए मूड ऑफ द नेशन (MOTN) के नाम से किए गए इस सर्वे के मुताबिक करीब 48 फीसदी लोग मानते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद इकोनॉमी में सुधार हुआ है. हालांकि, 42 फीसदी लोगों के मुताबिक इकोनॉमी जस की तस है. वहीं, 10 फीसदी लोगों का मानना है कि इस दौरान इकोनॉमी की हालत पहले से बिगड़ी है.
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सर्वे के दौरान लोगो से ये भी पूछा गया था कि पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद आर्थिक रूप से उनकी स्थिति कैसी है? इस सवाल के जवाब में 48 फीसदी लोगों ने माना कि अर्थवयवस्था में सुधार हुआ है. वहीं, 42 फीसदी लोगों का कहना है कि इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है , जबकि 10 फीसदी लोगों का मानना है कि स्थिति और बुरी हो गई है . और इसमें करीब 27 फीसदी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने खराब आर्थिक हालात का जिक्र किया है . वहीं, आठ फीसदी हिंदुओं को लगता है कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद उनकी आर्थिक सेहत पहले से खराब हो गयी है.
हलाकि इस सर्वे में 43 फीसदी लोगों का मानना है कि मोदी सरकार में इकोनॉमी की सेहत मनमोहन सिंह की सरकार से बेहतर है. हालांकि, जनवरी 2020 के मुकाबले इस आंकड़े में गिरावट आई है.
जनवरी 2020 में करीब 50 फीसदी लोगों ने माना था कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए के कार्यकाल से बेहतर हालात बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में हैं. वहीं, 45 फीसदी लोग यूपीए की तुलना में एनडीए शासनकाल में इकोनॉमी को स्टेबल देखते हैं जबकि 10 फीसदी लोगों को लगता है कि मोदी सरकार में यूपीए सरकार के मुकाबले अर्थव्यवस्था की हालत खराब हुई है. हालांकि, दो फीसदी लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया है.