केरल के कोझिकोड में शुक्रवार को लैंडिंग के समय एअर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में दो पायलट समेत 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य का उपचार चल रहा है. वंदे भारत मिशन के तहत यह विमान दुबई से 184 भारतीयों को लेकर भारत आ रहा था. वंदे भारत मिशन भारत सरकार ने विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश वापस लाने के लिए शुरू किया था. मई में शुरू हुए इस अभियान के तहत स्पेशल फ्लाइट्स से विदेशों में फंसे भारतीयों को लाया जा रहा है. केरल में हादसे का शिकार हुआ एअर इंडिया का विशेष विमान भी इसी मिशन का हिस्सा था. भारत समेत कई देशों ने कोरोना की महामारी से निपटने के लिए कड़े कायदे-कानून लागू किए थे.
भारत में भी लॉकडाउन का ऐलान कर बस, ट्रेन और विमान सेवाओं पर रोक लगा दी गई थी. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर अब भी रोक है. ऐसे में बड़ी संख्या में भारतीय , विदेशों में फसे हुए है |
12 देशों में फंसे भारतीयों को वापस स्वदेश लाने के लिए सरकार ने कई एजेंसियों के सहयोग से वंदे भारत मिशन की शुरुआत की थी. वंदे भारत मिशन के तहत अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात , सऊदी अरब, मलेशिया, कुवैत के साथ ही बांग्लादेश और मालदीव से अब तक लाखों लोगों को भारत वापस लाया जा चुका है.
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आपको बता दे की वंदे भारत मिशन के तहत यात्रियों से ही विमान का किराया लिया जाता है. वंदे भारत मिशन के तहत स्वदेश वापसी के लिए दुनियाभर से बड़ी तादाद में आवेदन मिले थे. अकेले खाड़ी देशों से ही तीन लाख से अधिक भारतीयों ने अपने वतन लौटने के लिए आवेदन किए थे.
आपको बता दे की वंदे भारत मिशन के तहत एक फ्लाइट में केवल 200 से 300 लोगों को ही यात्रा करने की इजाजत दी जाती है. और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा खयाल रखा जाता है. गौरतलब है कि इस मिशन के तहत शुरू में 64 विशेष फ्लाइट्स के संचालन की ही योजना थी.
लेकिन स्वदेश लौटने की चाहत वाले लोगों की बढ़ती तादाद के कारण फ्लाइट्स की संख्या भी बढ़ानी पड़ी | केरल में हादसे का शिकार हुआ विमान वंदे भारत मिशन वाला विमान दुबई में फंसे भारतीयों को लेकर भारत आ रहा था. इस विमान में crew member समेत कुल 190 लोग सवार थे.
कोझिकोड में लैंड करते समय विमान रनवे से फिसल गया. और इस हादसे में दो पायलट समेत 18 लोगों की मौत हो गई है.